इक्कीसवीं सदी की जनसंवेदना एवं हिन्दी साहित्य की पत्रिका
नाम: राम आसरे गोयल
जन्म स्थान: सिम्भावली, गाज़ियाबाद
अनुभव: प्रकशय: संचिता, मदशाला, भक्तिसागर
प्रकाशित रचनायें: अनेक पत्र व पत्रिकाओं में तथा गाज़ियाबाद की साहित्यिक संस्था कलमकार की वार्षिकी-2 में रचनाएं प्रकाशित.
अभिरूचियाँ: कविताएँ लिखना, उध्यान लगाना, ऐतिहासिक व तीर्थ स्थलों का भ्रमण करना, गाजियाबाद की साहित्यिक संस्थाएँ गाताभ व कलमकार तथा हापुड़ की साहित्यिक संस्थाएँ अक्षय तरंग, परिक्रमा, बाल स्वप्न व काव्यदीप के सक्रिय सदस्य, साधना ती. वी. चैनल से निरंतर काव्य पाठ का प्रसारण, ब्रह्मकुमारी प्रजापित ईश्वरीय विश्वविद्यालय माऊन्ट आबू आदि अनेक काव्य मंचों से काव्य पाठ.
लेखन विधाएँ: पद, दोहे, कविताएँ, गीत, (श्रंगार, विरह, सौंदर्य व भक्ति आदि).
यात्राएँ: सम्मानित: ब्रहम्मा कुमारी, प्रजापिता, ईश्वरीय, विश्वविद्यालय, माउन्ट आबू, आरोही संस्था मुरादाबाद, व वैश्य समिति हापुड़, श्रि रामलीला कमेटी कवि नगर व अनेक काव्य मंचों व संस्थाओं द्वारा.
संपर्क: गोयल भवन, सिम्भावली जिला गाज़ियाबाद, उ. प्र. - 245207.