इक्कीसवीं सदी की जनसंवेदना एवं हिन्दी साहित्य की पत्रिका
नाम: रवि शंकर
उम्र: 47 वर्ष
जन्म स्थान: पटना
शिक्षा: पी-एच. डी (बायोइन्फ़ॉर्मेटिक्स और कंप्यूटेशनल बायोलॉजी), इन्स्टीट्यूट ऑफ़ जिनोमिक्स एण्ड इन्टिग्रेटिव बायोलोजी, नई दिल्ली एवं पुणे विश्वविद्यालय.
अनुभव: गिरी, कैलीफ़ोर्निया, यू. एस. ए. में शोध कार्य
संप्रति: बायोइन्फ़ॉर्मेटिक्स और स्ट्रक्चरल बायोलॉजी विभाग, आई. आई. ए. आर. में अध्यापन.
सांस्कृतिक एवं कलात्मक गतिविधियाँ: अनेकों नाटकों और चित्रकला प्रतियोगिताओं के लिए पुरस्कृत.
यात्राएं: जर्मनी, यू. के, यू. एस. ए.
संपर्क: द पुरी फ़ाउन्डेशन, ब्लॉक - 2, प्रथम तल, उद्योग भवन, सेक्टर: 11, गांधीनगर, 382017, गुजरात
वेब साईट: www.iiar.res.in/index.php?q=rsh
आत्मकथ्य: मुझे रागात्मक एवं त्रासदी के गीत और कविताएँ लिखना पसंद है. मेरे साहित्यिक रचनाकारों में जिन्हें मैं सबसे ज़्यादा पसंद करता हूँ वे हैं - मुंशी प्रेमचंद और रामधारी सिंह दिनकर. पटना में अध्ययन के दौरान ही साहित्यिक लेखन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सक्रिय भागेदारी रही.